नई दिल्ली. एमएमजी हॉस्पिटल में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर में रह रहे तब्लीगी जमात के लोगों की बदसलूकी ने सारी हदें पार कर दी है। गाजियाबाद के सीएमओ ने गुरुवार शाम जिले के डीएम से ने कहा है कि क्वारैंटाइन सेंटर में तब्लीगी जमात के लोग बिना कपड़ों के घूम रहे हैं और नर्सों की ओर देखकर भद्दे इशारे कर रहे हैं। इस मामले में डीएम ने जांच के आदेश दिए। शिकायत मिलने के तत्काल बाद पुलिस एमएमजी हॉस्पिटल पहुंची। इसके बाद अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती तब्लीगी जमात के 6 मरीजों को राजकुमार गोयल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में शिफ्ट किया गया। यहां इन्हें क्वारैंटाइन करके रखा गया है। साथ ही एमएमजी अस्पताल के स्टाफ के साथ बदसलूकी करने की वजह से इनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है।
दरअसल, निजामुद्दीन स्थित मरकज की इमारत से बुधवार सुबह तक 2300 से ज्यादा जमातियों को बाहर निकाला गया था। इससे पहले, तब्लीगी जमात के 167 लोगों को बसों के जरिए मंगलवार रात तुगलकाबाद क्वारैंटाइन सेंटर ले जाया गया था। इन्हें दो जगहों पर रखा गया है। दिल्ली सरकार के अधिकारी ने बताया था कि ये लोग क्वारैंटाइन सेंटर में जगह-जगह थूक रहे हैं। डॉक्टरों और देखरेख में जुटे स्टाफ को गालियां दे रहे हैं।मरकज से निकले लोगों की तलाश में 22 से ज्यादा राज्यों में अभियान छेड़ा गया है। इनमें से कई लोगों को ट्रेस कर लिया गया है। इनमें तमिलनाडु में 77, आंध्र प्रदेश 43, दिल्ली में 24, तेलंगाना में 21, अंडमान-निकोबार में 9, असम में 5 और कश्मीर में एक कोरोना संक्रमित शामिल हैं।
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव लव अग्रवाल ने बुधवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि तब्लीगी जमात के लोगों के देशभर के अलग-अलग हिस्सों में जाने की वजह से संक्रमण के मरीजो में इजाफा केंद्रीयहुआ है। मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा था कि तब्लीगी जमात ने तालिबानी अपराध किया है। इस प्रकार की आपराधिक गतिविधियों के लिए माफ नहीं किया जा सकता। जमात ने कई लोगों की जान खतरे में डाली है। ऐसे संगठनों और लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। हो सकता है कि ऐसा जानबूझकर किया गया हो और यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
रेलवे उन पांच ट्रेनों के यात्रियों का पता लगाने में जुट गया है, जिनमें जमातियों ने दिल्ली से अपने-अपने गृह राज्यों का सफर किया था। ये सभी ट्रेनें 13 से 19 मार्च के बीच दिल्ली से रवाना हुईं थीं। इनमें आंध्र प्रदेश को जाने वाली दुरंतो एक्सप्रेस, चेन्नई तक जाने वाली ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस और तमिलनाडु एक्सप्रेस शामिल है। इसके अलावा, नई दिल्ली-रांची राजधानी एक्सप्रेस और एपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस भी हैं। चिंता है कि इन ट्रेनों में हजारों यात्री इन जमातियों के संपर्क में आए होंगे। रेलवे इन ट्रेनों के यात्रियों की लिस्ट बनाने में जुटी है।
मरकज में 1 से 15 मार्च के बीच हुए कार्यक्रम में देश-विदेश के 5 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। लेकिन, इसके बाद भी करीब 2000 से ज्यादा लोग यहां रुके रहे, जबकि ज्यादातर लॉकडाउन से पहले अपने घरों को लौट गए। यहां से संक्रमण का कनेक्शन दिल्ली समेत 22 राज्यों से जुड़ रहा है। इनमें तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, असम, उत्तरप्रदेश, तेलंगाना, पुडुचेरी, कर्नाटक, अंडमान निकोबार, आंध्रप्रदेश, श्रीनगर, दिल्ली, ओडिशा, प.बंगाल, हिमाचल, राजस्थान, गुजरात, मेघालय, मणिपुर, बिहार, केरल और छत्तीसगढ़ शामिल हैं।